सोमसी देष्टा: शिमला
Himachal Cloudburst Live Update: हिमाचल प्रदेश में बुधवार मध्यरात्रि छह जगह बादल फटने से हुई तबाही में अब तक 9 लोगों की मौत हो गई, जिनके शव बरामद कर लिए हैं। प्रदेश में आज चार और शव बरामद हुए इनमें झाकड़ी में दो और राजबन में भी दो शव बरामद हुए हैं। प्रदेश में अभी भी 44 लोग लापता हैं। इनमें रामपुर के समेज में 34, बागीपुल में पांच और मंडी के राजबन में 5 लोग लापता हैं। उधर, श्रीखंड महादेव मार्ग पर भीमडवारी में करीब 250 लोग फंसे हुए हैं। ये लोग यात्रा पर निकले थे।
जानिए अपडेट्स LIVE
दोपहर 2:00 बजे: राजबन में मिले दो बच्चों के शव
मंडी जिला की चौहार घाटी के राजबन में शुक्रवार को सर्च अभियान के दौरान दो और शव बरामद हुए हैं। एसपी साक्षी वर्मा ने कहा कि नौ व आठ वर्षीय लापता दो बच्चों के शव मिले हैं। अब तक कुल पांच शव मिले हैं। पांच अभी लापता है। लापता लोगों को की तलाश के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व अन्य टीमें जुटी हैं।
दोपहर 1:00 बजे : झाकड़ी पुल के पास दो शव बरामद
समेज गांव में बचाव दल को झाकड़ी पुल के पास महिला और एक पुरुष की डेड बॉडी मिली है। शवों की शिनाख्त की जा रही है।
दोपहर 11:00 बजे: मलाणा पावर हाउस में फंसे चार कामगारों को सुरक्षित बचाया
जिला कुल्लू के मलाणा-वन जल विद्युत परियोजना में बादल फटने के बाद फंसे चार कामगारों को आज सुरक्षित बचाया गया है। मलाणा परियोजना- 2 से इंजीनियर सौरव शर्मा एवं विशाल पांडे तथा ऑपरेटर डोला सिंह एवं वेंकटेश तथा सर्च शाफ्ट से ऑपरेटर टीकम राम एवं श्री देव् को रेस्क्यू किया गया। एनडीआरएफ की टीम के साथ होमगार्ड के बचाव दल और छापेराम नेगी की अगवाई वाले एक निजी बचाव दल ने यहां पहुंचकर फंसे चारों लोगों को सुरक्षित नीचे उतारा। ये चारों लोग 31 जुलाई रात 10:00 बजे से यहां फंसे हुए थे। हालांकि 1 अगस्त को एनडीआरएफ की टीम रवाना हुई थी, लेकिन घटनास्थल तक नहीं पहुंच पाई थी।
तेरंग में दूसरे दिन भी जारी रही हादसे में लापता लोगों की खोज
उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि तेरंग गांव में खोज अभियान युद्धस्तर पर जारी है। हादसे के दूसरे दिन अमन (9) और आर्यन (8) के शव बरामद हुए हैं। अभी तक रेस्क्यू टीमें 5 शवों को बरामद कर चुकी हैं। हादसे में 10 लोग लापता हुए थे, इनमें से पहले दिन तीन के शव बरामद कर लिए थे। हादसे के बाद अभी भी 5 लोग लापता हैं इनमें एक 3 माह की और एक 11 साल की लड़कियों के अलावा तीन लोग हैं। कार्यवाहक एसडीएम पधर डॉ. भावना वर्मा लगातार वहां मौजूद हैं और उनकी देखरेख में ही खोज अभियान चलाया हुआ है। सड़क क्षतिग्रस्त होने के कारण तलाशी अभियान मैनुअली ही चलाया जा रहा है। इसमें रेस्क्यू टीमों के अलावा स्थानीय लोग भी बहुत मदद कर रहे हैं।
लापता लोगों की ड्रोन से की जा रही है तलाश
उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि लापता लोगों की तलाश के लिए ड्रोन की भी सहायता ली जा रही है। हादसे वाले स्थान से नीचे की ओर खड्ड बहती है जिसमें पानी का बहाव बहुत तेज है। वहां पर एनडीआरएफ और पुलिस की एक-एक टीम ड्रोन की सहायता से लापता लोगों की तलाश की जा रही है।
Himachal Cloudburst Live Update: रामपुर के समेज में आज सुबह 6:00 बजे एसडीम रामपुर निशांत तोमर निगरानी में बचाव अभियान शुरू हुआ। सतलुज नदी में बहकर आने वाले शवों की तलाश के लिए यहां से करीब 85 किलोमीटर दूर सुन्नी-तत्तापानी में की जा रही है। इसकी वजह यह है कि सतलुज नदी में बादल फटने और बाढ़ आने जैसी घटना होने पर 90 फीसदी शव कोल डैम साइट में शिमला-मंडी जिले की सीमा पर दोगरी गांव के आसपास ही मिलते हैं। वीरवर दोपहर से ही पुलिस और प्रशासन की टीमें यहां डैम और नदी का पानी मिलने वाले क्षेत्र में शवों की तलाश में जुट गए हैं। यह अभियान एडीसी शिमला अभिषेक वर्मा की अगुवाई में चलाया जा रहा है। इसमें डीएसपी अमित ठाकुर समेत 30 से अधिक पुलिस के अधिकारी और कर्मचारियों सहित जिला प्रशासन की टीम भी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने समेज पहुंचकर नुकसान का जायजा लिया
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू दोपहर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर व विधायक रामपुर नंद लाल के साथ समेज पहुंचे। इस दौरान उन्होंने बादल फटने से हुए नुकसान का जायजा लिया और राहत एवं बचाव कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रभावितों से भी मुलाकात की और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है। हमारे जिन साथियों की जीवन लीला समाप्त हुई है,जो हमें छोड़कर चले गए हैं, उनके शवों के रिकवरी का काम जारी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और पुलिस की टीमें युद्धस्तर पर बचाव कार्य में लगी हुई हैं। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी मौके पर मौजूद रहे।
सीएम बोले: प्रभावितों को जल्द देंगे आपदा राहत पैकेज
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रभावितों को आज से ही तीन महीने तक मकान के किराये के तौर पर सरकार पांच-पांच हजार रुपये बरसात खत्म होने तक देगी। साथ ही गैस सिलिंडर भी उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। इसके अलावा 50 हजार रुपये प्रभावितों को घर का सामान खरीदने के लिए जारी किए जा रहे हैं। जल्द ही इन परिवारों को बसाने के लिए सरकार राहत पैकेज देगी। प्रत्येक परिवार हमारा है, उसे बसाने का कर्तव्य भी हमारा है। बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा भी सरकार लेगी।
आपदा प्रभावित परिवारों से मिले उप मुख्यमंत्री
उप मुख्यमंत्री ने कुल्लू जिला के निरमंड क्षेत्र के बागीपुल का दौरे के दौरान आपदा प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर लोगों के दुःख दर्द साझा किया। उन्होंने कहा कि बादल फटने से हुई तबाही का मंजर बहुत भयानक एवं दर्दनाक है। पुल के बह जाने से लोगों का संपर्क इलाके से कटा हुवा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन मुस्तैदी के साथ राहत एवं बचाव कार्यों में लगा है। सरकार द्वारा हर संभव मदद प्रदान की जा रही है।
उप मुख्यमंत्री ने कुर्पन खड्ड पेयजल योजना को हुए नुकसान का लिया जायजा
उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बादल फटने से बागी पूल, मतियाना, कुमारसैन, सैंज, कुर्पन खड्ड में जल शक्ति विभाग की पेयजल योजनाओं को हुए नुकसान का घटना स्थल पर जाकर जायजा लिया। बागी पूल में बाढ़ से जल शक्ति विभाग को लगभग 10 करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ है। रामपुर में जल शक्ति विभाग को 7 करोड 50 लाख रुपए की 19 पेयजल योजनाओ व एक सीवरेज की लाईन को भी नुक्सान हुआ है। उन्होंने कहा कि कुर्पन खड्ड परियोजना पर 315 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं और योजना का निर्माण कार्य अंतिम दौर में चल रहा था। बादल फटने से आई बाढ़ ने इस योजना के पंप हाउस, मशीनरी और टैंकों का नामो-निशान मिटा दिया। उन्होंने इस योजना को पुनः स्थापित करने के लिए विभाग के आला अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश दे दिए गए हैं।
सुन्दर सिंह ठाकुर ने लिया रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा
सुन्दर सिंह ठाकुर ने आज मणिकर्ण घाटी के मलाणा परियोजना-2 का दौरा कर रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि कहा प्रशासन और सरकार पूरी तरह सतर्क, मुस्तैद एवं क्रियाशील है। नुकसान का आकलन राजस्व विभाग द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सीआरआईएफ़ के अंतर्गत फ्लड मिटीगेशन के कार्य के चलते मणिकरण रोड में जो डंगे लगे हैं, उससे बचाव हुआ है।
बाढ़ प्रभावितों से मिलने रामपुर पहुंचे बिंदल
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल प्रभावितों से मिलने रामपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिवारों का कुशलक्षेम जाना और उनकी समस्याएं भी सुनी। बिंदल ने सभी पीड़ित परिवारों को राहत सामग्री भी पहुचाई और स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ लोगों को मदद में हाथ बढ़ाया। इस दौरान बिंदल ने साथ विधायक लोकिंदर कुमार भी उपस्थित रहे।
बादल फटने से ऐसे हुई तबाही
कुल्लू जिले में नैन सरोवर, भीमडवारी, मलाणा, मंडी में राजबन, चंबा में राजनगर और लाहौल के जाहलमा में बुधवार मध्यरात्रि बादल फटे। जिला कुल्लू के निरमंड में बुधवार रात करीब 12 बजे नैन सरोवर और भीमडवारी में एक साथ बादल फटे। इसका पानी बागीपुल, समेज और गानवी की तरफ आया और 30 किलोमीटर नीचे तक तबाही मचाई। शिमला-कुल्लू की सीमा पर समेज खड्ड में आई बाढ़ में 30 मकान बह गए। यहां छह बच्चों समेत 36 लोग लापता हैं। इनमें चार प्रवासी, ग्रीनको समेज परियोजना के सात कर्मचारी और 22 स्थानीय लोग शामिल हैं। बाढ़ में 150 पशु भी बह गए। एक स्कूल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और दो बिजली प्रोजेक्ट ध्वस्त हो गए। वहीं, दूसरी ओर निरमंड के बागीपुल में बाढ़ से 10 दुकानें, जिया लाल का एक रियायशी मकान जिसमें होटल चल रहा था, दो पटवारघर, पार्क की 15 गाड़ियां, बस अड्डा और 8 पुल बह गए। जिया लाल के परिवार के पांच सदस्य और दो नेपाल मूल के व्यक्ति लापता हैं। सात में से दो के शव बरामद हो चुके हैं। वहीं, रामपुर में गानवी खड्ड में आई बाढ़ में पांच घर, तीन गाड़ियां और एक पुल बह गया।
कुल्लू जिला में पावर प्रोजेक्ट, स्कूल, मन्दिर बहे
मणिकर्ण घाटी के मलाणा नाले में बादल फटने से आई बाढ़ में मलाणा पावर प्रोजेक्ट-एक का बांध टूट गया। बलाधी गांव में एक सरकारी स्कूल, दो मंदिर, आठ मकान बह गए। पार्वती नदी में पानी बढ़ने से नदी पर बना पुल बह गया। शाट सब्जी मंडी का बहुमंजिला भवन भी धराशायी हो गया है। सैंज में निजी बस और बाइक पार्वती नदी में बह गई।
मंडी: तीन की मौत, दो घायल, सात लापता
मंडी के राजबन में बुधवार रात बादल फटने से आए मलबे में दबने से तीन घरों का नामोनिशान मिट गया। इनमें रह रहे 12 लोगों में से तीन की मौत हो गई है, जबकि दो घायल हैं। सात लोग लापता हैं। लापता लोगों में चार बच्चे, दो महिलाएं व एक युवक है। बाढ़ में 12 गाड़ियां बह गईं। थलटूखोड़ ग्रामीण सड़क पर बने तीन पुल और दो घराट बह गए।
चंबा: मलबे में दबे 20 वाहन
चंबा की राजनगर पंचायत के रूपणी नाले में एक बजे बादल फटने से आई बाढ़ में 20 वाहन मलबे में दब गए।
प्रदेश की 455 सड़कें अभी भी बंद
प्रदेश में अभी भी 455 सड़कें बंद हैं। इसके आलावा 495 बस रूट ठप हैं। 983 पेयजल योजनाएं, 178 ट्रांसफार्मर बंद है। विभिन्न विभागों को 215 करोड़ का नुकसान हुआ है।
जिला हमीरपुर में 15 करोड़ का नुक्सान
इस मॉनसून सीजन में जिला हमीरपुर में भारी नुक्सान पहुंचा है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) को प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार इस वर्ष 27 जून के बाद जिला हमीरपुर में अभी तक लगभग 15.04 करोड़ रुपये का नुक्सान हो चुका है। लोक निर्माण विभाग को सर्वाधिक 13.28 करोड़ रुपये नुक्सान हुआ है। जल शक्ति विभाग की स्कीमों की भी लगभग 1.53 करोड़ रुपये और बिजली बोर्ड की लाइनों की लगभग 17.07 लाख रुपये की क्षति हुई है। इनके अलावा जिला में निर्माणाधीन नेशनल हाईवे को भी नुक्सान पहुंचा है। उपायुक्त एवं डीडीएमए के अध्यक्ष अमरजीत सिंह ने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान जिला में एक कच्चा मकान क्षतिग्रस्त हुआ है। दौरान लोक निर्माण विभाग को लगभग 2.06 करोड़ रुपये और जल शक्ति विभाग को 2.60 लाख रुपये के नुक्सान का अनुमान है।
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