सोमसी देष्टा: शिमला
Himachal Pradesh Cloudburst: हिमाचल प्रदेश के मंडी में 31 जुलाई को बादल फटने से तबाही के बाद लापता लोगों को ढूंढ़ने के लिए सर्च अभियान चौथे दिन भी जारी रहा।
इस बीच लापता लोगों की संख्या दो और बढ़ गई है। श्रीखंड में दो लोगों के उसी दिन से लापता होने की जानकारी मिली है। इस तरह अब भी छह जगह बादल फटने की घटनाओं के बाद 45 लोग लापता हैं। इनमें रामपुर के समेज में 36, बागीपुल में पांच, मंडी के राजबन और कुल्लू जिले के श्रीखंड में दो-दो लोग लापता हैं।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में 31 जुलाई को मध्यरात्रि बादल फटने और भारी बारिश से आई प्रलयकारी बाढ़ से शिमला, मंडी, कुल्लू और लाहौल में मानव जीवन और संपत्ति को बहुत नुकसान पहुंचा है। इस हादसे में 55 लोग लापता हो गए थे जिनमें से अब तक केवल 10 शव ही मिल बरामद हुए हैं, जबकि 45 लोग अभी भी लापता हैं। इसके आलावा पैदल चलने योग्य 14 पुल, 115 घर, 23 गोशालाएं, 10 दुकानें और मछली फार्म की तीन दुकानें तबाह हो गई हैं।
Himachal Pradesh Cloudburst: अब तक…
समेज: रामपुर के समेज में चार प्रवासी मजदूर, ग्रीनको समेज परियोजना के सात कर्मचारी, 22 स्थानीय लोगों सहित 36 लोग लापता हो गए हैं। समेज कस्बे में बाढ़ की चपेट में आने से करीब 27 मकान बह गए थे।
कुर्पण खड्ड: निरमंड उपमंडल के तहत आने वाली कुर्पण खड्ड में बाढ़ की चपेट में आने से सात लोग लापता हो गए थे, जिनमें से शुक्रवार को दो लोगों के शव बरामद कर लिए गए थे, जबकि पांच लोग अब भी लापता हैं।
तेरंग: चौहार घाटी के राजबन (तेरंग) में बाढ़ की चपेट में आने से 10 लोग लापता हो गए थे, जिनमें से अब तक आठ शव बरामद हो चुके हैं। दो लोग अभी भी लापता हैं।
श्रीखंड: बुधवार रात जब भीमडवारी के समीप बादल फटा तो इसकी चपेट में श्रीखंड यात्रा के पहले पड़ाव सिंघगाड में ठहरे दो लोग भी लापता हो गए थे। रविवार को इसकी प्रशासन ने पुष्टि की है।
Himachal Pradesh Cloudburst: सर्च ऑपरेशन: रविवार (4 अगस्त) चौथा दिन
तेरंग गांव में मिले लापता मां-बेटी के शव, लापता लोगों की खोज के लिए लगाए गए स्निफर डॉग
मंडी जिला तेरंग गांव में सर्च अभियान के दौरान रविवार को लापता मां-बेटी के शव मिले हैं। इससे पहले शनिवार को भी हादसे वाले स्थान पर एक महिला का शव बरामद हुआ था। अब तक 8 शव बरामद हो चुके हैं। उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि तेरंग में आज दो मृतकों मानवी (3 माह) और सोनम (23 वर्ष) के शव बरामद हुए हैं। अब केवल खुड्डी देवी और हरदेव लापता हैं। उन्हें ढूंढने के प्रयास किए जा रहे हैं। उनकी खोज तक सर्च अभियान जारी रहेगा। लापता लोगों की खोज के लिए एनडीआरएफ ने स्निफर डॉग लगाए गए हैं। भारी भरकम चट्टानों के बीच लापता लोगों के फंसे होने की आशंका को देखते हुए फ्लैश फ्लड में आई बड़ी चट्टानों को बलास्ट कर तोड़ा जा रहा है।
समेज गांव में खोजी कुते और लाइव डिटेक्टर डिवाइस की ली जा रही मदद
शिमला और कुल्लू की सीमा पर बसे समेज गांव में आई बाढ़ ने पूरे गांव को तबाह कर दिया है। समेज गांव में बादल फटने के बाद से 36 लोग लापता हैं। लापता लोगों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। यहां चौथे दिन लापता लोगों की तलाश में रेस्क्यू दल के जवान जुटे हुए हैं। लापता लोगों को ढूंढने के लिए चलाए सर्च ऑपरेशन में छह पोकलेन मशीनें, लाइव डिटेक्टर डिवाइस और स्निफर डॉग के साथ करीब 300 जवान लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं। मौके पर तैनात रामपुर के एसडीएम निशांत तोमर ने बताया कि समेज में लापता लोगों की तलाश के लिए चार मशीनें रविवार से तैनात की गई हैं। परिजन भी तलाशी अभियान में जुटे हैं। बादल फटने से आए पानी और मलबे के कारण लापता लोगों को तलाश करना मुश्किल बना हुआ है। करीब 250 जवानों का रेस्क्यू दल लापता लोगों की तलाश में जुटा है।
कुर्पण खड्ड में पांच लोगों की तलाश में जुटे 120 जवान
निरमंड उपमंडल के तहत आने वाली कुर्पण खड्ड में बाढ़ आने के कारण बागीपुल, केदस और ढरोपा में भारी तबाही मची थी। बाढ़ की चपेट में आने से सात लोग लापता हो गए थे, जिनमें से दो लोगों के शव बरामद कर लिए गए थे, जबकि पांच लोग अब भी लापता हैं। लापता लोगों की तलाश में एसडीआरएफ, होमगार्ड, सीआईएसएफ, पुलिस, बटालियन और स्थानीय लोग जुटे हुए हैं। करीब 120 जवान कुर्पण खड्ड के चप्पे चप्पे पर लापता हुए लोगों की तलाश कर रहे हैं। लेकिन अब तक लापता हुए लोगों का कोई सुराग नहीं लग पाया है। निरमंड के एसडीएम मनमोहन सिंह ने बागीपुल से लेकर केदस तक सर्च ऑपरेशन का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि मलबे में मशीनों की मदद से लापता लोगों की तलाश की जा रही है।
जयराम ठाकुर ने किया आपदा प्रभावित समेज का दौरा
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर शिमला के आपदा प्रभावित समेज के दौरा किया। इस दौरान वह आपदा में लापता हुए लोगों के परिजनों और रिश्तेदारों से भी मिलकर अपनी संवेदना व्यक्त की और उन्हें ढांढस बंधाया। राहत और बचाव कार्य का जायज़ा लिया। उन्होंने कह कि समेज में जो हुआ उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। जहां एक हंसता खेलता गांव था, अब वहां त्रासदी की निशान रह गए हैं। उन्होंने सरकार से आग्रह है कि तलाशी अभियान को और तेज किया जाए। जिससे लापता लोगों को जल्दी से जल्दी खोजा जा सके। उन्होंने कहा कि इस बार आपदा में प्रभावित हुए लोगों को भी पिछले बार की आपदा प्रभावितों की तरह ही मुआवज़ा दिया जाए, जिससे वह नए सिरे से शुरुआत कर सकें।
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