UP NEWS: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में मंगलवार को साकार हरि बाबा उर्फ भोले के सत्संग समाप्त होने के मची भगदड़ 124 लोगों की मौत हो गई है। यह आंकड़ा अभी बढ़ भी सकता है।
हादसे में 150 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। घायलों को उपचार दिया जा रहा है।
एडीजी आगरा अनुपम कुलश्रेष्ठ के अनुसार हादसे में अब तक 124 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि शवों की गिनती अभी जारी है। एटा अस्पताल में आए शवों की पहचान की जा रही है।
एटा के एसएसपी राजेश कुमार सिंह के मुताबिक जिस वक्त भगदड़ हुई उस सिकंदराराऊ कस्बे में धार्मिक आयोजन चल रहा था। वहीं सीएम योगी ने भी हादसे का संज्ञान लिया है। हादसे की जांच की जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सत्संग में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी हुई थी। सत्संग समाप्त हुआ उसके बाद लोग वहां से जाने लगे। इसी दौरान निकलने की जल्दी में भगदड़ मच गई। लोग एक दूसरे को देख ही नहीं रहे थे। महिलाएं और बच्चे गिरते चले गए। भीड़ उनके ऊपर से दौड़ रही थी। कोई बचाने वाला नहीं था। चारों ओर चीख-पुकार मची हुई थी। इस भगदड़ में महिलाएं और बच्चे बुरी तरह कुचलते चले गए…मौके पर चीख-पुकार मच गई।
बाबा के काफिले को निकालने के चक्कर में मची भगदड़
लगभग पौने दो बजे सत्संग खत्म होने के बाद बाबा के अनुयायी बाहर सडक़ की ओर जाने लगे। इस दौरान बाबा के काफिले को निकालने के लिए लगभग एक लाख से ज्यादा अनुयायियों को सेवादारों ने जहां थे, वहीं रोक लिया। बाबा के काफिले के गुजरने के दौरान वहां अनुयायी गर्मी और उमस में खड़े रहे। काफिले के जाने के बाद जैसे ही सेवादारों ने अनुयायियों को जाने के लिए कहा, वहां भगदड़ की स्थिति बन गई।
लाशें देख हार्टअटैक से सिपाही की मौत
एटा में मेडिकल कॉलेज में लाशों का ढेर देखकर ड्यूटी पर तैनात सिपाही रजनेश को हार्ट अटैक आ गया। उसकी मौके पर मौत हो गई। वह क्यीआरटी अवागढ़ में तैनात था। उसे मेडिकल कालेज में आपात ड्यूटी पर बुलाया गया था। इतनी लाशें देखकर वह विचलित हो गया और वहीं गिर पड़ा।
हादसे की जांच के लिए कमेटी गठित
हादसे की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है। एडीजी आगरा जोन के नेतृत्व में कमेटी हादसे की जांच करेगी। इसके अलावा अलीगढ़ के कमिश्नर भी हादसे की जांच करेंगे। योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख तथा घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं।
जानिए कौन है साकार हरि बाबा उर्फ भोले
साकार हरि बाबा उर्फ भोले बाबा का असली नाम सूरज पाल है। करीब 17 साल पहले पुलिस कांस्टेबल की नौकरी छोडक़र वह सत्संग करने लगे। बाबा आम साधु-संतों की तरह गेरुआ वस्त्र नहीं पहनते। बहुधा वह महंगे गॉगल, सफेद पैंट-शर्ट पहनकर किसी फिल्मी हीरो की मानिंद नजर आते हैं। चूंकि बाबा के शिष्यों में बड़ी संख्या में समाज के हाशिए वाले, गरीब, दलित, दबे-कुचले लोग शामिल हैं। उन्हें बाबा का पहनावा और यह रूप बड़ा लुभाता है। गरीब और वंचित तबके के लोगों के बीच में इनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ी और कुछ समय में लाखों की संख्या में अनुयायी बन गए। उत्तर प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश और राजस्थान में उनके अनुयायी फैले हैं।
Posted By: Himachal News