एजेंसियां: लखनऊ
UP Politics: हाल में हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मची हुई है। यूपी में लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद भाजपा में उठापटक तेज हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की बीच कलह की खबरें भी आई हैं। इसी बीच यूपी भाजपा के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने पीएम मोदी से मुलाकात की। सूत्रों का दावा है कि चौधरी ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की है।
कुछ मीडिया रिपोट्र्स में ऐसा दावा किया जा रहा है कि भाजपा चौधरी का इस्तीफा स्वीकार कर किसी ओबीसी नेता के हाथ में पार्टी की कमान सौंप सकती है। प्रदेश अध्यक्ष के समेत पार्टी के कई पदों पर बदलाव देखने को मिल सकते हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री के पद पर योगी आदित्यनाथ बने रहेंगे। उधर अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। यूपी के कई दिग्गज नेता भी दिल्ली में ही मौजूद हैं और बैठकों का दौर जारी है।
बीते 48 घंटे में दो बार डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और भूपेंद्र चौधरी ने अलग अलग पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का रुख और बीजेपी की धड़ाधड़ हो रही बैठकें इस बात का संकेत देती हैं कि कुछ बड़ा होने वाला है।
बता दें कि पहले केशव मौर्य ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने संगठन को सरकार से बड़ा बताया, फिर राज्य कार्यकारिणी बैठक में खुद को कार्यकर्ता कहा और अचानक दिल्ली जाकर जेपी नड्डा से मुलाकात की। इन घटनाओं से साफ है कि यूपी बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं है। उधर, केशव मौर्य के बाद भूपेंद्र चौधरी ने भी जेपी नड्डा से मुलाकात की है। ये घटनाक्रम इशारा करते हैं कि यूपी बीजेपी में कुछ बड़ा होने वाला है।
सूत्रों की माने तो उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य राज्य में अपनी भूमिका को लेकर संतुष्ट नहीं हैं। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने भी कई मंत्रियों को लेकर सवाल उठाए हैं। फिलहाल, भाजपा की कोशिश मामले को ठंडा रखने और सभी को एक साथ रख कर आगे बढऩे की है। ऐसे में सरकार के स्तर पर किसी तरह के बड़े बदलाव की संभावना नहीं है।
जानकारी के अनुसार नड्डा से मुलाकात के बाद बुधवार को भूपेंद्र चौधरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे। पीएम मोदी के साथ यूपी भाजपा अध्यक्ष की भी एक घंटे तक बातचीत हुई है। इसमें लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार के कारणों पर ही विस्तार से चर्चा होने की बात ही जा रही है। भूपेंद्र चौधरी ने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और अति आत्मविश्वास को ही हार का कारण माना है।
बीजेपी में चल रही बयानबाजी और नई-नई अटकलों के बीच बुधवार की शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मिलने राजभवन पहुंचे। बताया जा रहा है कि सीएम योगी राज्यपाल से आगामी मानसून सत्र को लेकर राज्यपाल से चर्चा करने पहुंचे हैं। सरकार 29 जुलाई से विधानसभा का सत्र बुला सकती है। इसमें कई महत्त्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दिलाने की तैयारी है। कहा जा रहा है कि मानसून सत्र के लिए राज्यपाल को सीएम योगी ने न्योता दिया है। यूपी में भाजपा कार्यसमिति की बैठक के बाद तरह तरह की कयासबाजी का दौर शुरू हुआ है।
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