सोमसी देष्टा: शिमला
Sanjauli Masjid Controversy: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में संजौली मस्जिद विवाद बढ़ता ही जा रहा है। बुधवार को संजौली मस्जिद में अवैध निर्माण के विरोध में हिंदूवादी संगठनों ने जमकर प्रदर्शन किया और पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़ दिया। इस दौरान उग्र प्र्रदर्शन को देखते हुए पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा। सरकार ने यहां पहले ही धारा 163 लगा रखी है।
मस्जिद विवाद को लेकर आस संजौली में दो जगह प्रदर्शन हुए। एक प्रदर्शन मस्जिद क्षेत्र के पास है, जहां ढली की ओर से आए प्रदर्शनकारियों को रोका गया। दूसरा प्रदर्शन संजौली चौक पर हुआ जहां छोटा शिमला, लक्कड़ बाजार की ओर से प्रदर्शनकारी आए। दोनों जगह जमकर नारेबाजी हुई।
प्रदर्शनकारी ढली टनल पर बैरिकेड्स तोड़कर संजौली बाजार पहुंचे। इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसमें एक पुलिस कर्मी के साथ कई प्रदर्शनकारी भी घायल हुए हैं। हालांकि कड़ी मशक्कत के बाद संजौली चौक से प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हटा दिया गया है। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए फिर से लाठीचार्ज किया। प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ हुई धक्कामुक्की में एक महिला पुलिसकर्मी घायल हो गईं।
इसके आलावा प्रदर्शन में दर्जनों लोगों को चोटें आई हैं। लाठीचार्ज और धक्कामुक्की में आठ घायल अस्पताल पहुंचे है। चार पुलिस कर्मियों को भी चोटे आई हैं।
संजौली मस्जिद को हिंदू संगठनों ने गिराने की मांग की है, और इस मुद्दे पर व्यापक प्रदर्शन हो रहे हैं। इसके मद्देनजर संजौली मस्जिद के चारों ओर पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है। प्रदर्शनकारी सडक़ पर बैठकर चक्का जाम करने लगे, जिससे ट्रैफिक जाम हो गया है। पुलिस ने हिंदू जागरण मंच के पूर्व महामंत्री कमल गौतम को हिरासत में लिया गया है।
हिंदू संगठनों का आरोप है कि संजौली मस्जिद का निर्माण अवैध रूप से किया गया है। वे चाहते हैं कि इस मस्जिद को जल्द से जल्द गिरा दिया जाए।
वहीं संजौली मस्जिद के विवाद ने शिमला में बड़ा तनाव पैदा कर दिया है। इस विवाद ने न केवल धार्मिक संवेदनाओं को आहत किया है, बल्कि इलाके में कानून व्यवस्था की स्थिति को भी चुनौती दी है।
Sanjauli Masjid Controversy: संजौली चौक से हटाए प्रदर्शनकारी
अब संजौली चौक से प्रदर्शनकारियों को पुलिस की ओर से हटाया दिया गया है। भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया है। जगह-जगह पुलिस बल तैनात है। आने-जाने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
Sanjauli Masjid Controversy: जानिए क्या है पूरा मामला
इस मस्जिद लेकर विवाद की शुरुआत तब हुई जब शिमला के विक्रम सिंह नामक युवक को कुछ लोगों ने बुरी तरह से पीट दिया। विक्रम सिंह ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और आरोप लगाया कि मारपीट के बाद आरोपी मस्जिद में छिप गए थे। विक्रम सिंह के मामले के बाद हिंदू संगठनों ने संजौली मस्जिद के खिलाफ धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। हिंदू संगठनों का कहना है कि मस्जिद का निर्माण अवैध था और इसे गिराया जाना चाहिए।
Sanjauli Masjid Controversy: आरोपियों की गिरफ्तारी
विक्रम सिंह के साथ मारपीट करने वाले सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इन आरोपियों में दो नाबालिग और अन्य व्यक्ति शामिल हैं जिनके नाम हैं: गुलनवाज (32 साल), सारिक (20 साल), सैफ अली (23 साल), और रोहित (23 साल)।
Sanjauli Masjid Controversy: सुरक्षा और धारा 163 का लागू होना
संजौली मस्जिद के विवाद के बाद स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए शिमला में धारा 163 लागू कर दी गई है। यह धारा इलाके में किसी भी प्रकार की सार्वजनिक सभा और भीड़ को प्रतिबंधित करती है। इसके साथ ही, पुलिस ने इलाके के हर कोने पर तैनाती बढ़ा दी है, खासकर मस्जिदों के आसपास, ताकि शांति व्यवस्था बनाए रखी जा सके और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
Sanjauli Masjid Controversy: नगर निगम की कोर्ट में 2010 से चल रहा मामला
संजौली की इस मस्जिद का मामला नगर निगम की कोर्ट में 2010 से चल रहा है। किसी भी सरकार ने इसे लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाई। नगर निगम की कोर्ट में मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर बार-बार नोटिस जारी किए गए, लेकिन फिर भी चार से पांच मंजिल अवैध तरीके से खड़ी हो गईं।
सभी पुलिस अधीक्षक को अलर्ट रहने के निर्देश
संजौली में उग्र प्रदर्शन, लाठीचार्ज मामले के बाद हिमाचल के सभी पुलिस अधीक्षक को अलर्ट रहने के निर्देश जारी किए हैं। सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने डीजीपी को तलब किया है। मौके पर खुद, आईजी व डीआईजी को रहने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं।
विक्रमादित्य सिंह बोले- मस्जिद अवैध पाई गई तो तो निश्चित तौर पर की जाएगी धवस्त
मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा, “यह मामला लंबे समय से लंबित है। जहां तक इसमें अवैध भवन के निर्माण की बात है, उस पर सरकार ने संज्ञान लिया है। मैंने विधानसभा में भी मजबूती से कहा है कि जैसे ही इसमें फैसला आता है और अगर ये अवैध पाया जाता है तो निश्चित तौर पर इसे ध्वस्त किया जाएगा। कानून के दायरे में कार्रवाई करनी होगी, भावनाओं में बहकर किसी भी तरह के गलत कदम से बचना होगा। हम चाहते हैं कि हिमाचल प्रदेश में शांति का माहौल बना रहे।”
कैबिनेट मंत्री बोले: सरकरी जमीन पर बनी है मस्जिद
हिमाचल प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने विधानसभा में कहा कि यह पूरी मस्जिद ही अवैध है। यह हिमाचल सरकार की जमीन पर बनी है। उन्होंने विधानसभा में यह भी कहा कि बाहर से आ रहे लोग शिमला का माहौल खराब कर रहे हैं। उन्होंने लव जिहाद की बात भी कही और शिमला में रोहिंग्याओं के होने का भी जिक्र किया।
Posted By: Himachal News
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