गुलाब महंत: औट (मंडी)
मंडी जिला में बालीचौकी के नारायण गढ़ के आराध्यदेव श्री लक्ष्मी नारायण Shri Laxmi Narayan Temple के मन्दिर थलौट का निर्माण आज पूरा हो गया है। इस के साथ देवता ने पूरे विधि विधान के साथ प्रतिष्ठा के बाद मन्दिर में प्रवेश किया।
यूं तो देवता श्री लक्ष्मी नारायण अपने मूल स्थान नारायण गढ़ में विराजमान रहते हैं लेकिन देवता के एक मोहरे (प्रतिमा) की स्थापना यहां की गयी है।
बताया जाता है कि कुछ वर्ष पहले देवता के हरियानों के आपसी विवाद के चलते देवता का मुख्य मोहरा पुलिस थाना मे नज़रबंद रहा था। करीब तीन साल तक पुलिस थाना थालौट में रहने के बाद देवता ने यहीं रहने का फैसला लिया। यह भी बताया गया है कि जब देवता का मोहरे को अपने मूल स्थान ले जाने लगे तो श्री लक्ष्मी नारायण ने पुलिस थाना के कर्मचारियों के साथ ही रहने को कहा। उस के बाद देवता का मोहरा पुलिस थाना में ही रहने लगा।
पुलिस कर्मचारियों ने यहां प्रतिदिन पूजा अर्चना शुरू की देवता के सभी नियमों का पालना किया। पुलिस कर्मचारियों ने मिल कर मन्दिर बनाने का निर्णय लिया।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष आई प्रलयकारी बाढ़ से श्री लक्ष्मी नारायण का निर्माणाधीन मन्दिर भी ब्यास की धारा में बह गया था। वावजूद इसके पुलिस कर्मचारियों का हौसला कम नहीं हुआ और फिर से मन्दिर का निर्माण शुरू किया। पुलिस जवानों की गहरी आस्था और बुलंद हौंसले के साथ आज मन्दिर की विधिपूर्वक प्रतिष्ठा हो गयी है।
आज नारायण गढ़ के सुधराणी, खुहन, प्रखोल, खलवहाण पंचायत के रियानों की उपस्थिति में देवता श्री लक्ष्मी नारायण ने पुलिस थाना औट पहुंच कर मन्दिर की विधिपूर्वक प्रतिष्ठा की। पुलिस थाना प्रभारी व सभी स्टाफ ने देवता का स्वागत किया। इस अवसर पर पुलिस कर्मचारियों ने हरियानों श्रद्वालुओं के लिए भोज का आयोजन भी किया।
Posted By: Himachal News